मोह, दर्द और आदत का सच

दर्द की तीव्रता मोह की गहराई से पैदा होती है।

वक़्त के साथ सब सहना आदत बन जाता है,

और फिर “ठीक” होने का मतलब ही बदल जाता है।

जो कुछ सह गया इंसान,

सोचो… वो अंदर से कितना रोया होगा।


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